बिहार चुनाव पर खुला सट्टा, एनडीए की जीत जताई सट्टेबाजार ने
- बिहार विधानसभा चुनाव पर सट्टा खुला
- कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों के होंगे चुनाव
- 25 हजार करोड़ रुपए का सट्टा लगने की उम्मीद
- बुकियों के मुताबिक कांटे की टक्कर है इस चुनाव में
- फोटो फिनिश में एनडीए को जिताया सट्टाबाजार में
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 25 सितंबर 2015
देश की निगाहें जहां एक तरफ बिहार चुनाव पर टिकी हुई हैं, वहीं अब सट्टेबाजों और बुकियों की निगाहों का भी मरकज ये चुनाव बन चला है। बिहार विधानसभा के लिए मचे घमासान का फयादा उठाने के लिए सट्टेबाजों का संसार भी सक्रिय हो गया है। कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों के चुनावों को लेकर बुकियों की रणनीति तैयार हो चुकि है। भाव खुल चुके हैं। कुल 25 हजार करोड़ रुपए का सट्टा लगने की उम्मीद सट्टाबाजार कर रहा है। बुकियों का मानना है कि न केवल कांटे की टक्कर है बल्कि फोटो फिनिश में जीत एनडीए को मिल सकती है और वे ही जोड़तोड़ कर सरकार बनाएंगे।
बिहार चुनावों को लेकर बुकियों की एक बैठक इसी सप्ताह मुंबई में हुई थी। इसमें सभी मुद्दों और कोण से बिहार चुनाव पर सट्टे के भाव खोलने को लेकर चर्चा हुई।
एक बुकि ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले चुनाव में भाजपा के 91 विधायक बने थे। जेडीयू के 115 उम्मीदवार जीत कर विधानसभा में पहुंचे थे। इसी तरह कांग्रेस के पास महज 4 ही विधायक थे। आरजेडी के पास 22 विधायक थे।
इस बार हर राजनीतिक दल के लिए यह चुनाव न केवल मूंछ की लड़ाई बना हुआ है बल्कि बिहार के सबसे कद्दावर नेता एवं सफल मुख्यमंत्री माने जा रहे नितीश कुमार के जीवन-मरण का प्रश्न बन चुका है। एक प्रकार से यह चुनाव उनके लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा है।
बुकियों का कहना है कि इस बार जेडीयू 110 उम्मीदवार उतार रहा है, तो उसके सामने भाजपा 160 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर है। भाजपा को टक्कर देने के लिए आरजेडी ने 100 और इंका ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है।
बुकियों के मुताबिक इस बार का बिहार चुनाव कांटे की टक्कर होगा और फोटो फिनिश में संभावना यह बनेगी कि एनडीए को कुछ फायदा मिल जाए। घाटकोपर निवासी इस बड़े बुकि के मुताबिक बिहार में भाजपा से डरे हुए तमाम दलों ने मिल कर जो महागठबंधन बनाने का प्रयास किया है, वह एक प्रकार से बड़ी मजबूरी ही थी।
इस बुकि के मुताबिक सरकार बनने की संभावना एनडीए की ही है क्योंकि केंद्र में सरकार होने का फायदा भाजपा को मिलेगा। यह बात और है कि देश का प्रधानमंत्री बनने के पहले जिस तरह के वादे भाजपा के चेहरा बने नरेंद्र मोदी ने किए थे, और डेढ़ साल बीतने पर भी कुछ खास होता हुआ जनता को नहीं दिखा तो उनकी लोकप्रियता में खासी गिरावट आई है, जिसका नुकसान भी एनडीए को हो सकता है। नितीश कुमार के कामकाज का आकलन जब लोग करते हैं तो उन्हें बेहतर राज्य देने वाले मुख्यमंत्री के रूप में सामने रखते हैं। दूसरी तरफ चुनावों में भाई-भतीजावाद न कर तगड़े उम्मीदवारों को ही टिकट देने के कारण भी उन्हें काफी फायदा होने की संभावना जताई जा रही है। नितीश कुमार की काफी इज्जत समाज में बनी हुई है।
सट्टाबाजार का मानना है कि बहुमत हासिल करने के लिए कुल 122 विधायकों का एक ही दल के लिए विधानसभा में पहुंचना जरूरी है। इस हिसाब से तो यदि 90 से 95 सीट तक भाजपा को मिल जाती है तो सहयोगी दलों के साथ मिल कर वह सरकार बना सकती है। दूसरी तरफ बुकियों के मुताबिक महागठबंधन की जीत का आंकड़ा 110 से 115 तक सिमट कर रह सकता है।
24 सितंबर की सुबह खुले बिहार चुनाव के लिए सट्टे के भावो और बाजाहर के रुझान से साफ लग रहा है कि कुल 25 हजार करोड़ रुपए तक का कारोबार सट्टेबाज इस पर कर लेंगे। बुकियों का अपना निगरानी और शोध का पूरा तंत्र विकसित है। वे न केवल सभी राजनीतिक दलों की सभाओं पर निगरानी रख रहे हैं बल्कि लगातार राजनीतिक पंडितों और खुद राजनेताओं से भी अंदरूनी जानकारियां हासिल करते रहते हैं ताकी जनता का मूड समझा जा सके।
पता चला है कि बुकियों की बैठक में यह तय हुआ है कि चुनावों पर सट्टा लगाने के लिए कोई भी बुकि बिहार में रह कर धंधा नहीं करेगा। वहां बस निगरानी के लिए ही आदमी रखे हैं। एक बुकि के मुताबिक इस सट्टे में खुद राजनेता भी अच्छी–खासी रकम लगाते हैं। वे न केवल अपने उम्मीदवार और दलों की जीत पर सट्टा लगाते हैं बल्कि विरोधी दलों के तगड़े उम्मीदवारों की जीत या हार पर भी सट्टा लगाते हैं।
इस बुकि के मुताबिक मुंबई और आसपास के इलाकों में बिहार चुनाव का सट्टा लगाने के लिए बुकियों ने तैयारी कर ली है और वहीं बैठ रहे हैं।
सट्टाबाजार का रेट कार्ड
भाजपा | जेडीयू | आरजेडी | कांग्रेस |
85 सीट – 38 पैसे | 60 सीट – 36 पैसे | 30 सीट – 40 पैसे | 5 सीट – 60 पैसे |
90 सीट – 72 पैसे | 65 सीट – 75 पैसे | 35 सीट – 90 पैसे | 6 सीट – 1.10 रुपए |
95 सीट – 1.15 रुपए | 70 सीट – 1.30 रुपए | 40 सीट – 1.65 रुपए | 7 सीट – 2 रुपए |
100 सीट – 1.90 रुपए | 75 सीट – 2 रुपए | 45 सीट – 2.50 रुपए | 8 सीट – 4 रुपए |
105 सीट – 3 रुपए | 80 सीट – 6 रुपए | 50 सीट – 6 रुपए | —- |