छोटा राजन के गुंडे ने केबल ऑपरेटर कर्मचारी को दिनदहाड़े मारी गोली
- दोस्त ने मारी दोस्त को गोली
- तीन गोलियां लगने पर भी रहा जिंदा
- खुद पहुंचा अस्पताल और हुआ भर्ती
- पुलिस को भी फोन करके दी सूचना
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 11 सितंबर 2015
मुंबई के वडाला इलाके में स्थित प्रतीक्षा नगर इलाके में आज एक दोस्त ने ही दूसरे दोस्त को फोन करके घर से बाहर बुलाया और उस पर चार गोलियां दाग कर भाग निकला। चारों गोलियों में से तीन इस युवक के जिस्म में पैबस्त हो गईं लेकिन वह खुद ही अस्पताल जा पहुंचा और उसने पुलिस को भी खुद ही इस हमले की सूचना दी।
सूत्रों के मुताबिक गुरूवार की रात 10.30 बजे छोटा राजन गिरोह का चेबूर निवासी गुंडा अनिल गुप्ता अर्जुन जायसवाल उर्फ मुन्ना के प्रतिक्षागर कैंप स्थित घर के बाहर पहुंचा। उसने मुन्ना को फोन किया और कहा कि वो बिल्डेंग के नीचे आया है, वो बाहर आए। अनिल गुप्ता के आने की जानकारी मिलने पर मिन्ना शर्ट पहनते हुए ही इमारत के बाहर चला आया। जैसे ही मुन्ना वहां पहुंचा, अनिल गुप्ता ने एक पिस्तौल निकाल ली और मुन्ना पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
चश्मदीद दवाहों के मुताबिक गोलीबारी के बाद तुरंत ही अनिल मौके से फरार हो गया। तीन गोलियां मुन्ना को लगी थीं लेकिन वह हिम्मत करके खुद ही सायन स्थित लोकमान्य तिलक अस्पताल जा पहुंचा। इसी दौरान खुद मुन्ना ने ही पुलिस को फोन करके अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस थाने में यह मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुन्ना स्थानीय केबल ऑपरेटर राजू कमाठी के लिए काम करता है और उसका सबसे विश्वसनीय व्यक्ति बताया जाता है। इन गोलियों के कारण हुए जख्मों के चलते अंततः मुन्ना ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस ने जानलेवा हमले के मामले को हत्या के मामले में तब्दील कर जांच शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक पुलिस को अनिल के बारे में अधिक जानकारियां नहीं मिल पाई थीं। उसके नए ठिकाने के बारे में भी पुलिस को कुछ पता नहीं चल सका था। खबर लिखे जाने तक अनिल की तलाश में पुलिस दस्ते जगह-जगह छापामारी कर रहे थे।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मुन्ना भी नाना कंपनी का ही सदस्य है। उसके अनिल से किसी कारण विवाद हुआ हो सकता है, जिसके चलते ही उसने दिन-दहाड़े सबके बीच में मुन्ना को गोलियां मारी हैं। पुलिस को अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार क्यों यह गोलीबारी हुई है।