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नकली नोट 2 : पाकिस्तान में छप रही है दो हजार की नकली करंसी

पाक का नापाक इरादा : नकली करंसी बनी हथियार – भाग 2

विवेक अग्रवाल।

मुंबई, 28 फरवरी 2017।

22 जनवरी 2017 को पाक में छपी नकली नोट की पहली खेप बरामद हुई थी। पहली खेप लाने वाला 26 साल का पियारुल शेख है। वह मालदा जिले के कालीचक गांव का निवासी है। उसे स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर एनआईए को सौंप दिया था।

4 फरवरी 2017 को नकली करंसी की दूसरी खेप पकड़ी गई। यह खेप लाने वाला 42 साल का दिगंबर मोंडोल है। वह भी मालदा जिले के कालीचक गांव का ही निवासी है। उसे भी स्थानीय पुलिस ने एनआईए अधिकारियों को सौंप दिया था।

8 फरवरी 2017 को मुर्शिदाबाद में एनआईए ने 40 साल के अजीजुर रहमान नामक युवक को गिरफ्तार किया, जो पश्चिम बंगाल राज्य के मालदा जिले का निवासी है। रहमान से 2000 रुपए वाले 40 फर्जी करंसी नोट मिले जो आईएसआई के एजंट बांग्लादेश से भारत लाए थे। रहमान ने पूछताछ में एनआईए के अधिकारियों को बताया कि ये नकली नोट पाकिस्तान में छपे नोट हैं।

14 फरवरी 2017 को बीएसएफ व एनआईए ने मालादा जिले के कालीचक थाना क्षेत्र से उमर फारूख उर्फ फिरोज को 2000 रुपए के तीन नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। फिरोज ने पूछताछ में बताया कि सीमा पर ये नोट आईएसआई के एक एजंट ने उसे दिए थे।

20 फरवरी 2017 को 2000 रुपए की नकली करंसी तस्करी का चौथा मामला भी सामने आ ही गया। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अधिकारियों ने सूचना के आधार पर 32 साल के युवक शरीफुल शाह को गिरफ्तार कर लिया। वह पड़ोसी जिले नदिया के फाजिल गांव का निवासी है। यह गांव बिल्कुल बांग्लादेश सीमा पर ही है। बीएसएफ अधिकारियों ने शाह से 96 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं।

शाह के करंसी लाने की सूचना बीएसएफ अधिकारियों को पहले से ही थी इसलिए सीमा पर उसे दबोचने करने के लिए घेराबंदी की। जब शाह पहुंचा तो अधिकारियों ने चारों तरफ घेरा डाल दिया और चुपचाप धर दबोचा। शाह से एक मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और ₹2000 के 48 नकली करंसी नोट मिले। पूछताछ में शाह ने बताया कि वह नदिया जिले के थानापारा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले फाजिल नगर के छल्लेमान गांव का निवासी है।

96 हजार रूपए की नकली करंसी शाम मालदा के वैष्णवनगर क्षेत्र के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग-34 पर एनटीपीसी टाउनशिप बोर्ड के निकट खुफिया अभियान में बरामद हुई। बीएसएफ के एक आला अधिकारी के मुताबिक नकली करंसी का तस्कर शाह नेशनल हाइवे पर कहीं जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। उसके बारे में पहले से सूचना होने के कारण सड़क पर उसे दबोच लिया और नकली करंसी बरामद कर ली।

बीएसएफ की 24वीं बटालियन की खुफिया विंग ने यह कार्रवाई की है। बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक शाह ने पूछताछ में कई लोगों के नाम बताए हैं। जल्द ही उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लेंगे। शाह बांग्लादेश आता-जाता रहता था। शक है कि शाह आईएसआई के भारतीय जासूसों के जाल की अहम कड़ी है।

पाक में 500 के नकली नोट की छपाई शुरू

यह सूचना पाकर भी खुफिया एजंसियों में हड़कंप मच गया है कि 2000 रुपए की नकली करंसी छापने के बाद आईएसआई के एजंट 500 रूपए की करंसी भी छापना शुरू कर चुके हैं। यह जानकारी पिछले दिनों गिरफ्तार हुए नकली नोटों के तस्करों और सौदागर से मिली है।

500 की नकली करंसी भी जल्द ही बाजार में भेजने की साजिश पर आईएसआई काम कर रही है। यह बताया जा रहा है कि 500 नोट पर जो सुरक्षा फीचर्स हैं, वे भी लगभग 2000 की करंसी जैसे ही हैं। इसके चलते उनकी नकल करना पाक जालसाजों के लिए मुश्किल काम नहीं होगा।

500 के नकली नोटों की पहली खेप भी जल्द ही बरास्ते बांग्लादेश पहुंचनी शुरू हो जाएगी। खुफिया एजंसियों के सूत्रों का कहना है कि 500 की नकली करंसी ज्यादा बेहतर छापी गई है क्योंकि पाक नक्कालों को उस पर काम करने के लिए काफी समय मिला है।

 

100 के नकली नोट भी छापे

पाक खुफिया एजंसी ने 100 रुपए के नकली नोट भी छापने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 18 फरवरी 2017 को छह लाख रुपए की नकली करंसी के साथ उत्तरप्रदेश के शामली इलाके के रहने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार तिया।

दिल्ली पुलिस ने अरविंद और संजीव को सोनिया विहार इलाके में गिरफ्तार किया था। उनसे नौ डिब्बों में छुपा कर रखी नकली करंसी बरामद की। अरविंद और संजीव ये नकली नोट दिल्ली में खपाने के लिए लाए थे। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक वे कार में सवार होकर जाने ही वाले थे कि पूर्व सूचना के आधार पर उन्हें दबोचने में सफलता मिल गई।

पूछताछ के दौरान दोनों ने पूर्वी उत्तरप्रदेश के अपने संपर्क सूत्र का नाम भी बताया। जल्द ही उसे थी गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है।

अरविंद और संजीव ने बताया कि सौ रुपए की यह खेप बरास्ते नेपाल भारत आई है। उनका संपर्क सूत्र नेपाल से नकली नोट मंगा कर उत्तरप्रदेश, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में अपने एजेंटों के जरिए बाजार में उतारता है।

दिल्ली पुलिस का दावा है की नकली करंसी के इस खेल में बड़ा गिरोह लगा है। उसकी जड़ें भारत-बांग्लादेश और नेपाल के सीमावर्ती गांवों में फैली हुई हैं।

पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि 500 हजार के नोट बंद होने के कारण आईएसआई ने योजना बदली है। उन्हें डर है कि 2000 की करंसी कहीं साल या दो साल में ही सरकार बंद करने का एलान ना कर दे। इसके चलते सौ और ₹50 रुपए की नकली करंसी भी छाप कर भेजनी शुरू कर दी है।

अंक 3 में पढ़ें :

बांग्लादेश से आ रही पाक प्रायोजित नकली भारतीय करंसी

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