Satta On IPL 2018: Bookmakers cheating Punters in the name of online betting
क्रिकेट का सट्टा अब पूरी तरह से ऑनलाईन हो गया है।
इतना ही नहीं, सटोरिए अब पंटरों को इन सट्टा एप के जरिए ठगने में लग गए हैं।
एप में पेमेंट भरने के लिए वे डॉलर का रेट लगाने की बात करते हैं ताकी यह स्थापित किया जा सके कि एप विदेशी है। रुपए में रकम लेकर वे 3 से 5 फीसगदी प्रीमियम काटते हैं जो कि मुद्रा के परिवर्तन के नाम पर वसूला जाता है।
यदि कोई पंटर एक हजार रुपए देता है तो उसे एप में 995 रुपए का ही बैलेंस मिलता है।
यदि कोई पंटर एक लाख रुपए जीत जाए तो उसे रुपए में रकम चुकाने के लिए ये सटोरिए फिर डॉलर से रुपए का प्रीमियम काटते हैं। इसका मतलब यह है कि एक लाख रुपए के बदले पंटर के 500 रुपए काट लेते हैं।
इस तरह से सटोरिए अपने ही पंटरों के साथ बड़े पैमाने पर ठगी करने लगे हैं।
पुलिस अधिकारियों को सब पता है कि कौन सा सटोरिया किस स्तर पर एप के जरिए सट्टेबाजी करवा रहा है लेकिन उन्हें बड़ी रकम बतौर रिश्वत मिलने के कारण आंख मूंदे हैं।