बहुत रंजो-ग़म में है दुनिया, ईद तुम सादगी से मना लेना
घर में ही अदा करना नमाज़ शुक्रिया ख़ुदा का मना लेना बहुत रंजो-ग़म में है दुनिया ईद तुम सादगी से
Read Moreघर में ही अदा करना नमाज़ शुक्रिया ख़ुदा का मना लेना बहुत रंजो-ग़म में है दुनिया ईद तुम सादगी से
Read Moreजाहिल… जाहिल… जाहिल… बहुत चर्चा में रहा इन दिनों यह शब्द। सुना था… काला अक्षर भैंस बराबर होने की वजह
Read Moreरस्ते भर रो–रोकर पूछा हमसे पांव के छालों ने बस्ती कितनी दूर बसा ली दिल में बसने वालों ने यह
Read Moreवो हाथ तो क़िस्मत में मेरी है नहीं शायद आ बर्गे-हिना तुझको ही आंखों से लगा लूं यह शेर उस
Read Moreबे तेशा-ए-नज़र न चलो राह-ए-रफ़्तगां हर नक्श़-ए-पा बुलंद है दीवार की तरह ‘तेशा’ यानी पत्थर काटने का हथियार। ‘राह-ए-रफ़्तगां’ यानी
Read Moreकिसी मासूम बच्चे के तबस्सुम में उतर जाओ, तो शायद ये समझ पाओ, ख़ुदा ऐसा भी होता है. शायर ज़फ़र
Read Moreघर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए निदा साहब ने
Read Moreपलट कर देख लेना जब सदा दिल की सुनाई दे मेरी आवाज़ में शायद मेरा चेहरा दिखाई दे हिंदुस्तानी सिनेमा
Read Moreग़मे-हस्ती का असद किससे हो जुज़ मर्ग़ इलाज शम्अ हर रंग में जलती है सहर होने तक असद यानी मिर्ज़ा
Read Moreरात भी, नींद भी, कहानी भी हाय, क्या चीज़ है जवानी भी मरहूम शायर ज़फ़र गोरखपुरी ने एक गपशप में
Read Moreग़ज़ल दूसरों की ज़मीन पर अपनी खेती है। बतौर शायर आप भले ही दावा करें कि आपने नई ज़मीन ईजाद
Read Moreनीचे दी पोस्ट का लेखक भाषा के नाम पर भारत के जनमानस को बांटने की घृणित एवं असफल कोशिश करता
Read Moreउनका जो काम है वो अहले सियासत जानें, अपना पैग़ाम मुहब्बत है जहां तक पहुंचे जिगर मुरादाबादी का यह शेर
Read Moreबॉलीवुड का संगीत जगत एक अभेद्य किले की तरह है। इसमें प्रवेश करना कोई आसान काम नहीं है। जगह-जगह खाइयां
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