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Mumbai Mafia: Secrets of Haji Mastan: Part 01: हाजी मिर्जा मस्तान की मौत के असली कारण का राज फाश!

इंद्रजीत गुप्ता

मुंबई, 25 फरवरी 2023।

आज भी हाजी मिर्जा मस्तान उर्फ बाबाजी की मौत का कारण असली कारण अधिकांश लोगों को नहीं पता है। हाजी मस्तान की मौत का कारण लोगों के सामने तो दिल का दौरा पड़ना ही बताया जाता है लेकिन क्या यह सच है? शायद नहीं।

हाजी मस्तान के मुंबई में रहने वाले कुछ करीबियों का तो कहना है कि उनके परिवार के एक सदस्य की गलती उनकी मौत का कारण बनी थी। नाम न छापने की शर्त पर इस व्यक्ति ने बताया कि हाजी मस्तान का एक दामाद मोहिउद्दीन इंग्लैंड में रहता है। वह अहमदाबाद मूल का निवासी है। हाजी मस्तान का इंग्लैंड में एक होटल था, जिसे यह दामाद चलाता था। दामाद के नाम पर मस्तान ने पावर ऑफ अटॉर्नी कर रखी थी ताकि कामकाज करने में आसानी रहे।

मस्तान का दामाद जुए का बड़ा शौकीन था। वह एक दिन जुआ खेलने इंग्लैंड के एक कसीनो में गया। यहां उसका नसीब खराब निकला। वह लगातार हारने लगा। जुआरी के साथ हमेशा यही होता है कि वह हार को जीत में तब्दील करने के लिए लगातार रकम लगाता जाता है। यही दामाद के साथ भी हो रहा था। जब उसके पास पैसे नहीं बचे, तो कसीनो मालिक ने उसे राय दी कि तुम्हारा नसीब साथ नहीं दे रहा है, होटल दांव पर लगा दो, तो नसीब शायद साथ देने लग जाए।

जुए में हार से दिमाग पर पड़ चुके पर्दे ने दामाद के सोचने-समझने की शक्ति नष्ट कर दी थी। उसे कसीनो मालिक की चालबाजी समझ नहीं आई। उसने बिना आगा-पीछा सोचे होटल दांव पर लगा दिया। कहते हैं ना जब वक्त बुरा होता है, तो ऊंट पर बैठे इंसान को भी कुत्ता काट लेता है, ठीक उसी सरह मस्तान का दामाद होटल जुए में हार गया।

मस्तान के दामाद ने यह बात किसी को नहीं बताई। कुछ समय बाद लेकिन मस्तान को यह बात पता चली। मस्तान की बेटी ने यह खबर उसे फोन पर दी कि मेरे शौहर इंग्लैंड का होटल जुए में हार गए हैं। उसे जरा भी अंदेशा न था कि दामाद इतनी बड़ी संपत्ति जुए में हार जाएगा। मस्तान यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया।

मस्तान का यह करीबी बताता है कि फोन पर बात करते-करते ही उसे दिल का दौरा पड़ा। मस्तान जमीन पर गिर पड़ा। उसे जमीन पर गिरता देख लोगों ने संभाला और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

हाजी मस्तान की मौत 25 जून 1994 को हुई थी। यह खबर मुंबई में आग की तरह फैल गई। मस्तान का घर वालकेश्वर में था, जहां उसकी पत्नी शाहजहां को भी यह जानकारी मिली। वह तुरंत अस्पताल पहुंची, जहां उसकी मौत की खबर ही इंतजार कर रही थी। वह बहुत दुखी हुई लेकिन नियती के आगे कर भी क्या सकती थी। यह दुख शाहजहां को झेलना ही था।

जारी…अगले अंक में पढ़ें: Secrets of Haji Mastan: Part 02: मस्तान का जनाजा उठा तो मुंबई बंद हो गया

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