किताब : दत्तात्रय लॉज: बॉलीवुड के बरबाद सपनों की बारात
दत्तात्रय लॉज: बॉलीवुड के बरबाद सपनों की बारातलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 184 / अध्याय – 20 ‘दत्तात्रय लॉज’ बॉलीवुड
Read moreदत्तात्रय लॉज: बॉलीवुड के बरबाद सपनों की बारातलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 184 / अध्याय – 20 ‘दत्तात्रय लॉज’ बॉलीवुड
Read moreमुठभेड़ : घनसू डकैत से 59 घंटों की मुठभेड़ पर आधारित रोमांचक शोधपरक उपन्यासलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 192 /
Read moreविवेक अग्रवाल मुंबई, 04 नवंबर 2020 बिहार के विधानसभा चुनाव पर 30 अक्टूबर 2020 को पहली दफा भारत के सट्टेबाजों
Read moreविवेक अग्रवालमुंबई, 29 सितंबर 2020।नोटबंदी हो या करोना वाइरस काल में घरबंदी, एक बात साबित हो गई है कि क्रिकेट
Read moreकिताब : अदृश्यलेखक – विवेक अग्रवाल – अलका अग्रवाल सिगतियापृष्ठ – 200 / अध्याय – 18 एक फिल्म का साहित्यिक
Read moreकिताब : आंसू: वासना का नरक भोगता बचपनलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 195 / अध्याय – 24 बाल यौन उत्पीड़न
Read moreकिताब : बार-बंदी : बर्बाद बारों की बेनूर बारातलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 274 / अध्याय – 17 हम पहुंच
Read moreअंडरवर्ल्ड बुलेट्स : मुंबई माफिया के अनसुने किस्सेलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 330 / अध्याय – 113 यह किताब मनोरंजन
Read moreअंडरवर्ल्ड दाने : मुंबई माफिया के अनसुने किस्सेलेखक – विवेक अग्रवालपृष्ठ – 176 / अध्याय – 100 मुंबई माफिया के
Read moreअछूत कुत्ता: कुरीतियों के खिलाफ कलमपृष्ठ – 165 / अध्याय – 33 भारत ही नहीं, पूरा विश्व अजब-गजब किस्म की
Read moreवीरान हवेली की दो महीने में शूटिंग पूरी हो गई। अगले छह महीनों में एडिटिंग भी पूरी हो गई। फिल्म
Read moreहाईवे पर पहुंचने के बाद संजय ने मुस्कुरा कर आगे बैठे टोनी पर नजर डाली, “क्या हाल है रौनक भाई…
Read moreरज्जू भैया से आज फिर राजा भाई की बातें चल रही है। मुद्दा है वही कि कौन चुनाव जीतेगा –
Read moreदेव कुमार अब डायरेक्टर हो गया। रहा वही मीठा और चीठा। सारे जहान को सेट पर बुला-बुला कर दिखाने लगा
Read moreगांव गया मजदूर नहीं लौटा तो देश का भट्टा बैठ जाएगा: गनतंत्र की बात आर्थिक मामलों के जानकार विजय गोयल
Read more“मंझा सूंतने से क्या मतलब…” “मंझा किस काम का… निठल्लों का काम है पतंग उड़ाना… जब-तब मंझा उनके ही हाथ
Read more“हो रे बाबा, ये पटकन।” बाबू भाई ने शांत भाव से दांत कुरेदते हुए फोन रखा। कुर्सी से उठ कर
Read more“कोई काम हो तो दीजिए…” बाबू भाई ने मरी आवाज में कहा। “क्या कर सकते हैं…” गुप्ताजी सीधे मुद्दे पर
Read moreविवेक अग्रवाल मुंबई, 01 मई 2020। कितना भी लॉकडाउन हो, सरकार ने कितने ही प्रतिबंध लगा रखे हों, सट्टेबाजों को
Read moreहिंदी में VIVEK AGRAWAL, a journalist with 3 decades of vast experience in the field of crime, defense, legal &
Read more