गिरोहबाज दाऊद के करीबी तारिक परवीन की इमारत पर चला मनपा का हथौड़ा
- शनिवार को मनपा दस्ते ने तोड़ी माफिया की अवैध इमारत
- फिर किया एक बार तारिक की इमारत तोड़ने का नाटक
- एक ही मंजिल का कुछ हिस्सा ढहा कर गया तोड़क दस्ता
- मुंबई में बन रही हैं एक दर्जन अवैध इमारतें डी-कंपनी की
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 06 दिसंबर 2015
गिरोहबाज दाऊद के करीबी और मुंबई में गिरोह के आर्थिक साम्राज्य की बागडोर संभाले हुए पुराने अपराधी तारिक परवीन और छोटा शकील के करीबी रिश्तेदार शाहिद की बनाई अवैध इमारत पर शनिवार को मुंबई महानगरपालिका का हथौड़ा एक बार फिर से चला। मजेदार बात यह है कि पूरी तरह से अवैध होने के बावजूद इमारत की तल मंजिल का कुछ हिस्सा ही थोड़ा सा तोड़ कर रस्म अदायगी करके मनपा का यह दस्ता चला गया।
शनिवार को मनपा दस्ता एक जेसीबी मशीन के साथ पबूरे पुलिस संरुक्षा बंदोबस्त के साथ दोपहर 12 बजे के बाद पहुंचा। माफिया की बनाई इस अवैध इमारत के आगे बने कुछ झोंपड़े और अवैध निर्माणों को पहले तो इस दस्ते ने गिराया। यह बताया जाता है कि जिन झोंपड़ों और अवैध निर्माणों को स्थानीय नागरिकों के अधिकार में होने के कारण खुद तारिक परवीन हटा नहीं पा रहा था, उन्हें मनपा ने हटा दिया। इस तरह तारिक व शाहिद का काम ही आसान हो गया।
इस तोड़क कार्रवाई के एक प्रत्यदर्शी ने कहा कि एक बार फिर से र फर तारिक – शाहिद की इमारत तोड़ने का नाटक किया है। निचली मंजिल का जितना हिस्सा तोड़ा है, उससे कोई फायदा नहीं होने वाला। पूरी इमारत तोड़ी जाती तो कठोर संदेश जाता। उक्त प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि यह तो मनपा और तारिक की मैच फिक्सिंग का ही नतीजा है।
पता चला है कि इन दिनों मुंबई में डी-कंपनी के सिपहसालार और प्यादे मिल कर लगभग एक दर्जन अवैध इमारतें बना रहे हैं। इन इमारतों की नींव से लेकर खंबों तक हर चीज बेहद कमजोर और खतरनाक हैं।
बता दें कि महज 12 से 15 करोड़ में ये इमारतें महज 3 महीने में ही तामीर कर 30 से 40 करोड़ रुपए में बेच कर गिरोहबाज मोटा मुनाफा पीट रहे हैं। तारिक परवीन अकेला ही नहीं है जो कि इस तरह की इमारतें तामीर कर रहा है।
यह भी एक तथ्य है कि स्थानीय मनपा और पुलिस अधिकारियों को इस तरफ नजर न करने के एवज में बढ़िया रिश्वत मिल रही बताते हैं। स्थानीय नेताओं, नगरसेवकों समेत लालची और भ्रष्ट किस्म के आरटीआई कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, शिकायत करने वालों की भी इस खेल में चांदी हो रखी है।